हनुमानगढ़ी दर्शन-पूजन को पहुंचा भगवाधारी मुसलमानों का जत्था, जय श्रीराम के नारे
हनुमानगढ़ी दर्शन-पूजन को पहुंचा भगवाधारी मुसलमानों का जत्था, जय श्रीराम के नारे
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के बैनर तले बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग अयोध्या पहुंचे और रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की हुंकार भरी।
फैजाबाद (जेएनएन)। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के बैनर तले बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग अयोध्या पहुंचे और रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की हुंकार भरी। गोरक्षा मिशन के प्रदेश अध्यक्ष बबलू खान एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता शरद पाठक बाबा के संयोजन में आयोजित हक के साथ आओ, अयोध्या विवाद सुलझाओ, खुशहाल भारत बनाओ विषयक सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे मुस्लिम कारसेवकों ने अयोध्या की धरती पर जयश्रीराम के भी नारे लगाए। मुस्लिम कारसेवकों के दल ने सर्वप्रथम बाबरी मस्जिद के मरहूम मुद्दई हाशिम अंसारी के मणिपर्वत के करीब स्थित मजार पर फातिया पढ़कर श्रद्धांजलि दी। तदुपरांत मुस्लिम कारसेवकों का जत्था हनुमानगढ़ी पहुंचा। हनुमानगढ़ी पहुंचने पर पुजारी राजूदास की अगुवाई में मुस्लिम कारसेवकों का संतों एवं ङ्क्षहदू श्रद्धालुओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान मीडिया से मुखातिब मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संघ प्रचारक महिरजध्वज ने कहा, हम समाज को जगा रहे हैं, हक के साथ जगा रहे हैं। इससे पहले कि समाज सड़क पर आए मंदिर का निर्माण हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुरान की रोशनी में भारत के संविधान को मानते हुए तथा तिरंगा की शान को नमन करते हुए हम इस मसले के समाधान के लिए प्रयासरत हैं। आल इंडिया शिया मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष खुर्शीद आगा ने कहा, अयोध्या का विवाद सुलझाएं, अमन, अमान का पैगाम दें, मंदिर भी बने, आसपास कहीं मस्जिद भी बना दें और शांति बनाए रखें। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि अयोध्या में मंदिर बन जाए और यह विवाद खत्म हो। आगा ने स्पष्ट किया कि हम राममंदिर के समर्थन मे हैं, अयोध्या में राममंदिर बनना चाहिए। हनुमानगढ़ी का दर्शन करते हुए यह एहसास भी हुआ कि यहां भगवान राम विराजमान हैं, इसलिए अयोध्या में राममंदिर बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरे देश में जाकर राममंदिर के लिए लोगों को जगाने का काम करूंगा। कार्यक्रम संयोजक बबलू खान ने फिर दोहराया कि अयोध्या में नहीं तो क्या पाकिस्तान में बनेगा राममंदिर, मंदिर बनेगा तो अयोध्या में ही बनेगा। मस्जिद तो हम कहीं भी बना सकते हैं लेकिन रामजन्मभूमि पर राम मंदिर ही बनेगा। उन्होंने अपील की कि हिंदू-मुस्लिम सब आगे आएं और सौहार्द की मिसाल पेश करें, ताकि भव्य राममंदिर का निर्माण हो सके। इस मौके पर दशरथगद्दी के महंत बृजमोहनदास भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा, मुस्लिम बंधुओं का यह रुख देश में नई संभावना का द्वार खोल रहा है और इससे राम मंदिर के साथ राष्ट्र मंदिर का भी भव्य निर्माण होगा। आयोजन समिति से जुड़े मोहित गुप्त ने कहा, हमें ऐसे मुस्लिमों पर नाज है और वे हमें प्राणों से भी अधिक प्रिय हैं।
रामलला का दर्शन किए बिना लौटे वापस
अयोध्या पहुंचे मुस्लिम कारसेवकों के दल ने हनुमानगढ़ी में दर्शन के बाद रामलला की ओर रुख किया। उनका जत्था रंगमहल बैरियर तक पहुंचा भी पर यहां से आगे बढऩे की बजाय पीछे लौट गया। कारसेवकों के दल की अगुवाई कर रहे मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संघ प्रचारक महिररजध्वज ने कहा कि हम रामलला का दर्शन करने नहीं बल्कि रामलला को श्रद्धासुमन अर्पित करने आए हैं, हमारा दर्शन करने का कार्यक्रम नहीं था। फिलहाल, ऐसा माना जा रहा है कि मुस्लिम कारसेवकों को सुरक्षा की प्रक्रिया नागवार गुजरी। इसलिए वे बिना दर्शन किए ही वापस लौट गए।
×
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें