लखनऊ. स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की ऑनलाइन परीक्षा में सेंधमारी करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है। गिरोह के सदस्य परीक्षा केंद्रों का कंप्यूटर हैक कर अभ्यार्थियों का पेपर सॉल्व करते थे। इसके लिए वे प्रति परीक्षार्थी 8 लाख रुपए वसूलते थे। एसटीएफ के हत्थे चढ़े रेलवे अफसर समेत 6 लोगों ने इस संबंध में चौंकाने वाली जानकारी दी है। रैकेट में युनाइटेड इंजीनियरिंग कॉलेज के दो कर्मी भी शामिल हैं। एसटीएफ इंस्पेक्टर ने की छापेमारी…
एसटीएफ निरीक्षक नवेंदु कुमार को शुक्रवार दोपहर सूचना मिली थी कि तेलियरगंज के एक मकान में कुछ लोग कंप्यूटर और लैपटॉप के जरिए आरआरबी की परीक्षा दे रहे अभ्यार्थियों का पेपर सॉल्व कर रहे हैं। छापेमारी के दौरान एसटीएफ ने बलिया में बांसडीह निवासी विनोद प्रसाद गुप्ता, राजेश कुमार पांचाल निवासी सिपरी बाजार, झांसी, राधेश्याम पांडेय निवासी बहमलपुर, थाना थरवई इलाहाबाद, हिमांशु रावत निवासी बनकटा बुजुर्ग, राजे सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, श्रवण मिश्र निवासी, समसपुर, चरवा, कौशांबी और शैलेंद्र कुमार सिंह निवासी शास्त्री कॉलोनी, मुगलसराय को गिरफ्तार किया।
विनोद प्रसाद गुप्ता है रेलवे में अफसर
विनोद प्रसाद गुप्ता रेलवे में अफसर है। उसके कमरे से टीम ने 9 लाख 66 हजार रुपए 3 लैपटॉप, एक कंप्यूटर, 13 मोबाइल, 61 एसएससी और आरआरबी के प्रवेश पत्र, रुपए की जमा पर्ची बरामद की। विनोद ने प्रति परीक्षार्थी से 8 लाख रुपए लेने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एडवांस बतौर 2 लाख रुपए लेकर पेपर सॉल्व कराया जाता था। एसटीएफ ने मामले में गिरफ्तार सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है।
रिमोट पर लेते थे सेंटर
उन्होंने बताया कि रैकेट के सदस्य केंद्र के मुख्य कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम का आईपी जानने के बाद उसे एमी एडमिन अथवा टीम विवर पर ले लेते थे। परीक्षार्थी को आवंटित कंप्यूटर को भी हैक कर लेते थे।
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